27-11-15

27-11-15 प्रातः मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें सदैव याद की फाँसी पर चढ़े रहना है, याद से ही आत्मा सच्चा सोना बनेगी”   प्रश्न: कौन-सा बल क्रिमिनल आंखों को फौरन ही बदल देता है? उत्तर: ज्ञान के तीसरे नेत्र का बल जब आत्मा में आ जाता है तो क्रिमिनलपन समाप्त हो जाता … Continue reading 27-11-15